राजस्थान की सियासत दिन प्रतिदिन अपना रंग बदलती जा रही है। गहलोत तथा पायलट दोनों ही खेमों में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। दोनों ही खेमे अपने अपने विधायकों के साथ बाड़बंदी में बैठे हैं, तथा एक दूसरे के विधायकों से संपर्क में होने का दावा कर रहे हैं।
वहीं अगर गहलोत खेमे की बात करी जाए तो गहलोत खेमे में कुछ विधायकों की नाराज़गी सामने आने की बात है। इनमें सबसे अधिक चर्चा में दानिश अबरार तथा दिव्या मदेरणा का नाम है।
ग़ौरतलब है कि अभी हाल ही में ईद के दिन दानिश अबरार ने साथी विधायकों के साथ ईद की नमाज़ अदा करने से मना कर दिया, वहीं राखी के त्योहार के दिन दिव्या मदेरणा भी पूरे दिन अपने कमरे में ही रही, कमरे में ही उन्होंने खाना मंगवा कर खाया।
इस प्रकार दानिश अबरार के ईद ना मनाने तथा दिव्या मदेरणा के राखी नहीं मनाने से अंदर ही अंदर यह क़यास लगाए जा रहे हैं कही इन्हें किसी प्रकार की नाराज़गी यह संतोष तो नहीं?
तथा कहीं ऐसा न हो कि जैसे ही सूर्य गढ़ की बादेबंदी से बाहर निकलने पर दोनों ही विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथ से निकल जाए।